RBI Bank License Cancelled: हाल ही में देश की एक सर्वश्रेष्ठ चार्ज बैंक पर रिजर्व बैंक आफ इंडिया की ओर से प्रतिबंध लगा दिया है। इस बैंक का लाइसेंस पूरी तरीके से रद्द हो चुका है और जितने भी खाता धारक इस बैंक के तहत अपना लेनदेन पूर्ण करते थे अब उन सभी के लिए बड़ी चुनौती सामने आ रही हैं। अब यह बैंक किसी भी प्रकार की किसी भी ट्रांजैक्शन को पूरा नहीं कर सकता है ना लोगों से पैसे डिपाजिट करवा सकता है अब यह बैंक नीलामी की कगार पर पहुंच चुका है। आप सभी की जानकारी के लिए बता दे कि कई सारे लोग अपने पैसे को लेकर परेशान हो चुके हैं। जब भी ऐसी स्थिति में बैंक के लिए किसी प्रकार का नया नियम लागू होता है तो इसे कई सारे नुकसान उठाने पड़ते हैं।
आप सभी की जानकारी के लिए बता दे कि भारतीय रिजर्व बैंक आफ इंडिया की ओर से ₹50000 तक की धनराशि को वापस करवाने के लिए नए नियम को जारी किया है। जिसके अनुसार आपका पैसा बैंक अकाउंट में मौजूद है तो आप फिक्स डिपाजिट अथवा रिकरिंग डिपॉजिट में जमा करने के पश्चात अपने बैंक खाते में प्राप्त कर सकते हैं आईए जानते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया की ओर से ऐसे कदम को क्या उठाया गया है।
RBI Bank License Cancelled
आप सभी की जानकारी हेतु बता दे की रिजर्वेशन बैंक आफ इंडिया की ओर से एक नहीं बल्कि दो बैंकों के लाइसेंस पर तलवार रख दी है। एवं उनका लाइसेंस पूरी तरीके से कैंसिल हो चुका है यह सभी बैंक को ऑपरेटिव बैंक में सम्मिलित है जो कि मुंबई सिटी में संचालित होते थे पूर्वांचल कोऑपरेटिव बैंक इन गाज़ीपुर और उत्तर प्रदेश सभी एकमात्र संस्था है अब यह पूरी तरीके से नीलाम हो चुकी है और उनके पास पैसा प्राप्त करने के लिए कोई भी रिसोर्सेस उपलब्ध नहीं है।
रद्द किए गए लाइसेंस के अनुसार पता चला है कि केवल एक या दो नहीं बल्कि कई सारे बैंकों के लाइसेंस को आरबीआई की ओर से रद्द कर दिया है अधिकतम जनवरी के महीने में सा बैंक के लाइसेंस को सरकार की ओर से कैंसिल कर दिया गया था और इसके पीछे का प्रमुख कारण बताया गया है कि इन बैंकों के पास पर्याप्त मात्रा में धन उपलब्ध नहीं था जिससे यह ग्राहकों की सेवा की आपूर्ति नहीं कर पाते थे और बिना किसी गारंटी के लोन की सुविधा भी नहीं मिल पाती थी।
ऐसी आपातकालीन स्थिति को मद्दे नजर रखते हुए आरबीआई की ओर से इस बड़े नियम को पारित किया गया है बैंक की ओर से जानकारी में बताया है कि ऐसे नागरिक जिन्होंने इन बैंकों में अपना फिक्स डिपाजिट अथवा पैसे जमा किए थे वह अधिकतम 5 लाख रुपए तक की राशि का भुगतान प्राप्त कर सकते हैं। और आरबीआई के द्वारा ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि आने वाले समय में यह बैंक पूरी तरीके से नीलाम हो सकता था और ऐसी स्थिति बन सकती थी कि ग्राहकों को ₹5 लाख तक का रिफंड नसीब नहीं होता।
₹500000 तक मिलेगा रकम
आरबीआई की ओर से साफ आदेश में बता दिया गया है कि यदि किसी नागरिक के मन में इसे लेकर सवाल उठा रहा है कि हमें पैसा वापस मिलेगा या नहीं तो इसके लिए भी नए नियम को लागू किया है ऐसे नागरिक जिन्होंने इस वित्त वर्ष में₹500000 से अधिक का फिक्स्ड डिपाजिट करवाया है उन सभी को रिफंड मिल जाएगा इसके अलावा बैंक में वर्तमान समय में 25 करोड़ से अधिक ग्राहकों का खाता मौजूद था तो इन सभी के लिए हैरान होने वाली खबर सामने आ रही है यदि आपके द्वारा₹500000 से अधिक का भुगतान बैंक में जमा किया गया था तो आपको अधिकतम भुगतान प्राप्त करने में समस्या का सामना करना पड़ सकता है न्यूनतम भुगतान केवल 5 लाख का ही मिल सकता है इसके लिए आगामी समय में और प्रकार की सुविधाओं को सुनिश्चित करवाया जाएगा और जानकारी का बताया है की 99.98 प्रतिशत नागरिकों का पैसा वापस मिलने वाला है।
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How Does Co-operative bank Works
आप सभी नागरिकों की जानकारी हेतु बता दे की कोऑपरेटिव बैंक कार्य किस प्रकार करता है तो जिस संस्था प्राइवेट सरकारी बैंक के नाम से शुरू की जाती है और एसबीआई जैसे बड़े-बड़े ब्रांच अपने कोऑपरेटिव बैंक के समुदाय को संचालित करती है जिसके माध्यम से हर क्षेत्र में कम्युनिकेशन को बढ़ाने के लिए बैंकिंग सुविधाओं को सुनिश्चित करवाना आवश्यक होता है हालांकि कई बार ऐसी छोटी-छोटी ब्रांचो पर आरबीआई की ओर से नजर पड़ती है और किसी प्रकार की गलत अवैध एक्टिविटी पाए जाने पर इसका लाइसेंस तत्काल कैंसिल कर दिया जाता है।