DA Hike New Update: फिर एक बार महंगाई भत्ते को लेकर नहीं जानकारी सामने आ रही है जहां पर भत्ता केंद्रीय कर्मचारियों की महंगाई के प्रभाव से खरीदारी शक्ति को बनाए रखने के लिए उपलब्ध कराया जाता है इसके तहत लेबर ब्यूरो द्वारा कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स आंकड़ों पर निर्भर होता है इसके लिए प्रमुख उपभोक्ता वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में बदलाव को दर्शाता है।
लेबर ब्यूरो की चूक से महंगाई भत्ते पर असर
तत्काल प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार लेबर ब्यूरो द्वारा फरवरी मार्च और अप्रैल 2024 के CPI-IW के आंकड़ों को जारी नहीं किया है इसकी प्रमुख वजह केंद्रीय कर्मचारियों के जुलाई 2024 में मिलने वाले महंगाई भत्ते की राशि का अनुमापन किया जा रहा है साथ ही सूत्रों के अनुसार लेबर ब्यूरो के पास फरवरी एवं मार्च के आंकड़े उपलब्ध नहीं है इसलिए यह देरी हुई।
महंगाई भत्ता शून्य होने की अफवाहें निराधार
हाल ही में कुछ बातों की अफवाह है काफी तेजी से पहले रही थी जहां पर जुलाई 2024 के केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता शून्य किया जाएगा लेकिन सरकार द्वारा इसका पूर्ण रूप से खंडन किया गया एवं प्रचलित नियमों के अनुसार महंगाई भत्ते की गणना 50 फीसदी से आगे भी जारी होने वाली है। वही 2016 में वर्ष बदलने की महंगाई भत्ता को शून्य किया गया था तथा मासिक वेतन में भी सम्मिलित किया था।
जुलाई 2024 में महंगाई भत्ते में उछाल की संभावना
एक्सपर्ट्स के अनुसार जुलाई 2024 में महंगाई भत्ते की चार प्रतिशत बढ़ाने की संभावना है। इसके साथ ही मंगाई भत्ता 50.84% है। और फरवरी से जून के आंकड़ों पर यह निर्धारित किया जाएगा कि वास्तव में कितनी बढ़ोतरी होने वाली है कुल मिलाकर महंगाई भत्ता 54% तक पहुंच सकता है।
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केंद्रीय कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता एक अत्यंत लाभदायक सुविधा होती है जिसके तहत लेबर ब्यूरो द्वारा आंकड़े ना जारी करने की वजह से इसकी गणना करने में काफी दिक्कतें हो रही है। सरकार की ओर से नए बयानों में स्पष्ट हुआ है कि महंगाई भत्ता जारी रहेगा एवं इसकी वृद्धि भी होगी।