Bhu Aadhaar Card: नमस्कार साथियों स्वागत है आपका हमारे आज के इस नए आर्टिकल में, जैसा कि आप सब जानते हैं आधार कार्ड हमारी मुख्य पहचान होता है और प्रत्येक व्यक्ति का आधार कार्ड मान्य किया जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि अब से सरकार की ओर से नए नियम के अनुसार जमीन का बनेगा आधार कार्ड बनाने के लिए नया नियम पेश किया है यह नया नियम आप सभी की सुरक्षा के लिए होने वाला है चलिए जानते हैं इसकी पूरी जानकारी बने रहे अंत तक।
Bhu Aadhaar Card
जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि आधार कार्ड के आने के पश्चात देश भर में फ्रॉड से कई प्रकार के बचाव होने वाले हैं और कई सारे कार्य ऐसे होंगे जो की आधार कार्ड के बिना संभव नहीं हो सकते हैं और नए कार्य की नीव रखने हेतु अब से क्रांतिकारी पहल की संचालन के लिए जमीन का भी आधार कार्ड बनाया जाएगा जो कि डायरेक्ट जमीन के मालिक के आधार कार्ड से लिंक होने वाला है। इसके अलावा यह पूरे देश भर में एक आम क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला है और इससे अधिकतर नागरिकों का फायदा होने वाला है।
जमीन का बनेगा आधार कार्ड इस तरह
अतिरिक्त जानकारी के अंतर्गत यदि कोई व्यक्ति ग्रामीण एवं सारी क्षेत्र में भूमि को लेकर सरकार की ओर से जारी किए गए बजट के अंतर्गत किसी प्रकार की प्रावधान पर गैर मतलब प्रस्ताव रखता है तो ऐसे में शहर में भूमि को डिजिटलकरण का भी प्रस्ताव रखा गया है सरकार अगले 3 साल में पूरा करने के लिए लक्ष्य का निर्धारण किया गया है एवं भू आधार से संबंधित विवादों को पूर्णता समाप्त करने के लिए मालिकाना हक को हटाने के लिए सरकार के द्वारा इस नए नियम को पारित किया गया है।
सम्बंधित खबरे: Chetak हुआ बूढ़ा, अब आ रही है Bajaj Blade Electric Scooter… जानें इसकी कीमत, फीचर्स और लॉन्च डेट
भू-आधार के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में जितनी भी भूमि को लेकर लड़ाई झगड़े की विवाद देखने के लिए मिलते थे इसे पूर्ण रूप से खत्म किया जाएगा और इस आधार कार्ड पर 14 अंकों की विशिष्ट पहचान संख्या दर्ज की गई है जिसके तहत मलिक का नाम और सर्वे का नंबर किसने के रजिस्ट्रेशन का नंबर दर्ज किया जाता है और इस भू आलेख के तहत जीवन नेविगेशन सिस्टम के माध्यम से या गूगल में के माध्यम से जीआईएस मैपिंग के साथ डिजिटल की सुविधा को पूर्ण किया जाता है.
ऐसे काम करता है भू-आधार
सर्वप्रथम किसी जीपीएस तकनीक के माध्यम से आपके जमीन का बुरा लिया जाता है और पूर्ण रूप से सर्वेक्षण हो जाने के पश्चात भूमि का सीमा सत्यापन करना सुनिश्चित किया जाता है और अब इस सत्यापित जानकारी को आपके भू आलेख रिकॉर्ड के तहत दर्ज किया जाता है और सभी जानकारियां डिजिटल हो जाने के पश्चात आपका भू खंड हेतु 14 अंकों का विशिष्ट आधार कार्ड जारी किया जाता है।