अब किसानों को हर साल मिलेंगे ₹30,000, जानिए कैसे! Agriculture Business Scheme

Agriculture Business Scheme: किसानों की जिंदगी आसान नहीं होती। मौसम, बाजार के दाम, खेती के खर्च और तकनीक की कमी—इन सबका बोझ एक छोटे किसान को अकेले उठाना पड़ता है। लेकिन अब सरकार एक नई पहल के साथ सामने आई है जो न सिर्फ आर्थिक मदद देती है, बल्कि पारंपरिक खेती के महत्व को भी दोबारा स्थापित करने का काम करती है।

इस योजना का नाम है Agriculture Business Scheme, और इसके तहत बैलों की मदद से खेती करने वाले किसानों को हर साल ₹30,000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी।

आइए इस योजना को विस्तार से समझते हैं इसका मकसद क्या है, कौन इसका लाभ ले सकता है, और आवेदन कैसे करें।

Agriculture Business Scheme क्या है?

यह योजना खासतौर पर राजस्थान राज्य के उन किसानों के लिए है जो अब भी पारंपरिक तरीकों से यानी बैलों के सहारे खेती करते हैं। सरकार का मानना है कि ऐसे किसान अब भी देश की कृषि विरासत को जिंदा रखे हुए हैं और उन्हें अतिरिक्त सहायता की ज़रूरत है।

इस स्कीम के तहत सरकार हर साल ऐसे किसानों को ₹30,000 की नकद सहायता देती है ताकि वे न सिर्फ खेती कर सकें, बल्कि पशुपालन, सब्ज़ी उत्पादन, मुर्गी पालन जैसे अन्य कृषि व्यवसायों में भी निवेश कर सकें

इस योजना के प्रमुख फायदे

हर साल ₹30,000 की आर्थिक मदद

सरकार की तरफ से मिलने वाली यह राशि सीधे किसान के बैंक खाते में भेजी जाती है, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है। यह राशि किसी खास उपयोग के लिए बाध्य नहीं है किसान इसे खेती, पशुपालन या अपने परिवार की जरूरतों में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

पारंपरिक खेती को प्रोत्साहन

जो किसान आज के युग में भी बैलों के जरिए खेत जोतते हैं, उन्हें अक्सर आधुनिक खेती के मुकाबले कम ध्यान मिलता है। यह योजना ऐसे परंपरागत तरीकों को सम्मान और आर्थिक सहयोग देती है।

पशु बीमा की सुविधा

जो किसान इस योजना का हिस्सा बनते हैं, उनके बैलों का बीमा करवाना अनिवार्य है। इससे किसी बीमारी, दुर्घटना या प्राकृतिक आपदा की स्थिति में वित्तीय सुरक्षा मिलती है

स्वरोजगार को बढ़ावा

इस योजना के जरिए किसान केवल खेती पर निर्भर नहीं रहेंगे। वे इस धन का उपयोग करके दूध व्यवसाय, मुर्गी पालन, जैविक खाद निर्माण जैसी दूसरी गतिविधियां शुरू कर सकते हैं।

कौन किसान कर सकता है आवेदन?

इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसान को कुछ पात्रता शर्तें पूरी करनी होंगी:

  1. राजस्थान का निवासी होना जरूरी है।
  2. किसान के पास कम से कम एक जोड़ी स्वस्थ बैल होनी चाहिए।
  3. बैलों की आयु 15 महीने से अधिक और 12 साल से कम होनी चाहिए।
  4. किसान लघु या सीमांत श्रेणी में आता हो। इसके लिए तहसीलदार द्वारा प्रमाणित दस्तावेज अनिवार्य है।
  5. कृषि भूमि का मालिकाना प्रमाण (पट्टा या रजिस्ट्री)।
  6. बैल बीमा पॉलिसी जरूरी है, यानी पशु बीमा बिना योजना का लाभ नहीं मिलेगा।

यदि किसान इन सभी शर्तों को पूरा करता है, तो वह इस योजना के लिए आवेदन कर सकता है।

आवेदन कैसे करें?

किसान इस योजना में दो तरीकों से आवेदन कर सकते हैं ऑनलाइन या ऑफलाइन

आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र
  • बैंक पासबुक की कॉपी
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • बैल बीमा का प्रमाण पत्र
  • तहसील से प्राप्त लघु/सीमांत किसान प्रमाण पत्र

ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया

  1. राज्य सरकार के किसान साथी पोर्टल पर जाएं।
  2. Agriculture Business Scheme” सेक्शन में जाएं।
  3. आवेदन फॉर्म भरें और जरूरी दस्तावेज अपलोड करें।
  4. सबमिट करने के बाद एक पावती रसीद (Acknowledgment) प्राप्त करें।
  5. आवेदन की सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद, सहायता राशि सीधे आपके बैंक खाते में भेज दी जाएगी।

ऑफलाइन आवेदन के लिए आप नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय या जन सेवा केंद्र (CSC) पर भी जाकर फॉर्म भर सकते हैं।

सरकार का उद्देश्य

सरकार की मंशा इस योजना के माध्यम से दोहरी है:

  1. पारंपरिक खेती को बचाना और बढ़ावा देना, ताकि जैव विविधता और मिट्टी की उर्वरता बनी रहे।
  2. किसानों की आय को बढ़ाना और उन्हें स्वरोजगार के साधनों से जोड़ना, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता आए।

सरकार को उम्मीद है कि इस योजना से न केवल खेती की लागत घटेगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी

कुछ जरूरी बातें जो किसान जान लें

  • योजना का लाभ हर साल दोबारा लिया जा सकता है, बशर्ते किसान सभी पात्रताओं को लगातार पूरा करता रहे।
  • यदि कोई किसान गलत दस्तावेज़ देता है या पात्र नहीं है, तो उसे योजना से बाहर कर दिया जाएगा।
  • बैलों का बीमा सरकारी बीमा कंपनियों से ही करवाना चाहिए, ताकि दावा प्रक्रिया आसान हो।

निष्कर्ष

Agriculture Business Scheme सिर्फ एक सहायता योजना नहीं है यह सरकार की तरफ से किसानों को सम्मान देने का प्रयास है।

जो किसान अपने दम पर खेती को जिंदा रखे हुए हैं, उन्हें इस योजना से न सिर्फ आर्थिक मदद मिलेगी, बल्कि नई संभावनाओं के द्वार भी खुलेंगे

अगर आपके गांव या परिवार में कोई ऐसा किसान है जो बैलों की मदद से खेती करता है, तो उसे इस योजना की जानकारी जरूर दें। आवेदन करें, आगे बढ़ें, और खेती को फिर से गर्व का पेशा बनाएं।

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