6G Network Launch: हाल ही में 6G नेटवर्क की प्रोटोटाइप डिवाइस की जानकारी को पेश किया है जिसके अंतर्गत हाई स्पीड 6G प्रोटोटाइप डिवाइस में लगभग 100 गीगाबाइट पर सेकंड की टॉप स्पीड देखने के लिए मिल रही है। जहां पर वर्तमान समय में उपलब्ध 5G टेक्नोलॉजी के अनुसार 20 गुना अधिक तेज होने वाला है और यह 300 फीट के एरिया को आसानी से कर कर सकता है कंपनी की ओर से इसकी शुरुआती नेटवर्क का कॉरपोरेशन कंपनी जापान में है जो कि टेलीकॉम कंपनी की ओर से लांच किया है जिसका नाम DOCOMO, NTT कॉर्पोरेशन, NEC कार्पोरेशन और Fujitsu होने वाला है जिसके अंतर्गत 6G नेटवर्क को प्रोटोटाइप के लिए कंपनी की ओर से 11 जुलाई को पहले अपना नेटवर्क स्पीड सफलतापूर्वक टेस्टिंग के दौरान लॉन्च किया गया था।
इंडोर और आउटडोर दोनों टेस्ट
जानकारी के अनुसार पता चला है कि इस प्रोटोटाइप डिवाइस को और आउटडोर दोनों जगह टेस्ट किया गया जहां पर नतीजा हैरान कर देने वाले थे 6G नेटवर्क डिवाइस के द्वारा व्हाइट बेंच की स्थिति पाई गई है जो की काफी ज्यादा सुपर फास्ट होने वाला है वही आउटडोर नेटवर्क की स्पीड 300 गीगाबाइट स्पीड पर प्राप्त की गई है। वही इस टेस्ट को रिसीवर से लगभग 200 से लेकर 300 फीट अतिरिक्त 100 मीटर की दूरी पर टेस्ट किया गया तो इसकी स्पीड और भी ज्यादा इंप्रेसिव कर देने वाली थी क्योंकि यह सिंगल डिवाइस में टेस्ट किया गया था और संभव है कि इसकी मल्टी डिवाइस में स्पीड कम हो सकती है।
चलिए दोस्तों आपको उदाहरण से समझते हैं यदि 5G की अधिकतम स्पीड 10 गीगाबाइट पर सेकंड की है तो यह रियल वर्ल्ड में 200 से लेकर 400 मेगाबाइट पर सेकंड तक की एवरेज इंटरनेट की स्पीड उपलब्ध करवाता है। इसके तेरी तो 5G नेटवर्क के लिए कमर्शियल एवं हाई फ्रीक्वेंसी बैंड का उपयोग किया गया है जहां पर हाई फ्रीक्वेंसी का अर्थ होता है ज्यादा इंटरनेट स्पीड होना अतिरिक्त भी खामियां पाई जाती है तथा हाई फ्रीक्वेंसी की रेंज में नेटवर्क की रेंज को कम ज्यादा होने की स्थिति प्रतीत होती है जिसके माध्यम से पेनिट्रेशन रेट में कटौती होती है।
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6G टेक्नोलॉजी की स्पीड
6G इंटरनेट स्पीड हाई फ्रीक्वेंसी बैंड की आवश्यकता के साथ आता है जिसके अंतर्गत यह फास्ट डाउनलोड अचीवमेंट के लिए डिवाइस को अधिक फ्रीक्वेंसी नहीं दे पाएगा हालांकि 6G की स्पीड को कम करने के लिए कई प्रकार के फैक्टर भी उत्पन्न होने वाले हैं जिसमें दीवार बारिश इत्यादि प्रकार की चीज सम्मिलित करी गई है वर्तमान समय में यह 4G 5G नेटवर्क का पर ट्रायल किया जा रहा है तथा नए जेनरेशन के अनुसार कुछ जेनरेशन मुकाबला तेज डाटा ट्रांसमिशन देखने के लिए मिल रहा है।
वहीं प्रमुख रूप से 6G टेक्नोलॉजी के अंतर्गत इंटरनेट की स्पीड ज्यादा होने की वजह से रियल टाइम होलोग्राफिक कम्युनिकेशन संभव हो सकता है इसके अतिरिक्त वर्चुअल और मिक्स रियलिटी एक्सपीरियंस भी काफी ज्यादा बेहतर बनता हुआ नजर आएगा और इससे प्रोटोटाइप डिवाइस दुनिया में कई सारी तकनीक और जनरेशन को आगे बढ़ा देगा हालांकि इससे शोध करने में काफी ज्यादा सहायता होने वाली है।